- कोरोना काल के बाद संपूर्ण भारतीय रेलवे में पहली बार इस तरह का बड़ा सांस्कृतिक आयोजन किया जा रहा
जबलपुर। पूरे देश में होली इस बार बहुत ही जोरदार तरीके से मनाने लोग तैयारियों में जुटे हुए हैं। जबलपुर में बुंदेलखंड के फागोत्सव में ईसुरी की चौकड़िया, चंद्रसखी के होली के रसिया और फागों के राई गायन नृत्य के साथ असम गोवाहाटी के नृत्य का अलग ही अंदाज देखने को मिल रहा है। यहां पर होली को लेकर कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। जबलपुर में पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें देश के कई राज्यों के रेल कर्मी कलाकार भाग लेने जबलपुर पहुंचे हैं। सबसे खास आसाम और मध्य प्रदेश के बुन्देलखंडी में होली किस तरह मनाई जाती है उसका उदाहरण युवतियों और युवकों ने दिया।
जबलपुर पहुंचे 21 दल के 350 रेल कर्मचारी
भारतीय रेलवे पर राष्ट्रीय स्तर की अंतर रेल नाटक प्रतियोगिता का आयोजन हर साल किया जाता है। इसी श्रृंखला में इस वर्ष की अंतर रेल नाट्य प्रतियोगिता की मेजबानी पश्चिम मध्य रेल को मिली है जो कि पश्चिम मध्य रेल के लिए एक ऐतहासिक पल है। गुरुवार को कार्यक्रम का शुभारम्भ पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक व मुख्य अतिथि सुधीर कुमार गुप्ता द्वारा जबलपुर के रेल सौरभ क्लब में किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने जबलपुर पहुचे 21 दल के 350 रेल कर्मचारी और उनके सहभागियों के द्वारा नाटक की प्रस्तुतियां दीं। 04 मार्च तक चलने वाले इस अंतर रेल नाटक प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण के साथ समारोह का समापन होगा। इस बार रेलवे बोर्ड ने पश्चिम मध्य रेल के गठन के बाद पहली बार इस प्रतियोगिता के आयोजन करने का गौरव पमरे को प्रदान किया है। कोरोना काल के बाद संपूर्ण भारतीय रेलवे में पहली बार इस तरह का बड़ा सांस्कृतिक आयोजन किया जा रहा है।