जबलपुर में भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू के इस्तीफा देने के बाद भाजपा को एक और झटका लगा है। जबलपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने नामांकन के आख्रिरी दिन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। कमलेश अग्रवाल भाजपा के वरिष्ठ नेता है। कमलेश के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जबलपुर उत्तर मध्य विधानसभा से परचा भरने के बाद भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है।
21 अक्टूबर को जबलपुर भाजपा कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओ द्वारा उत्तर मध्य से अभिलाष पांडे का नाम घोषित होने के बाद हंगामा मचा था। इस हंगामे में नाराज कार्यकर्ता टिकिट वितरण में पार्टी के शीर्ष नेताओ के खिलाफ नारे बाजी करते हुए देखे गए और केंद्रीय मंत्री भुवेंद्र यादव के साथ धक्का मुक्की भी करते देखे गए थे।
पार्टी कार्यालय में हंगामा होने के बाद से इस हंगामे का सूत्रधार भाजपा के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू को बताया जा रहा था। वजह है की 28 तारीख़ को जब केंद्रीय मंत्री अमित शाह जबलपुर तो वो प्रभात साहू से नहीं मिले और टिकिट वितरण का आरोप लगाने वाले नाराज नेताओ से गोपनीय मिले। अमित शाह द्वारा भाजपा नगर अध्यक्ष प्रभात साहू को नजर अंदाज किये जाने के बाद प्रभात साहू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
भाजपा का एक विकिट गिरने के बाद नगर निगम नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल द्वारा निर्दलीय चुनाव का फ़ार्म भरने के बाद उत्तर मध्य में विरोध और तेज होता दिख रहा है। दूसरी तरफ ऑल इंडिया मजलिस-ए -इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIAM ) के राष्ट्रिय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जबलपुर पूर्व विधानसभा से गजेंद्र उर्फ़ गज्जू सोनकर को टिकिट देकर भाजपा और कांग्रेस की बैचैनी बढ़ा दी है।
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