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भाजपा समाज को जोड़ती है और कांग्रेस समाज को तोड़ती है-वीडी शर्मा

  • गौरव यात्रा के समापन में शामिल हुए प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री, पेसा एक्ट ने जनजातीय समाज को सशक्त बनाया

इंदौर। इंदौर के नेहरू स्टेडियम में जननायक टंट्या मामा गौरव यात्रा का समापन हुआ। क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के रास्ते पर चलकर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी भाई-बहनों के कल्याण का जो संकल्प लिया है, उस संकल्प को पूरा करना है। मध्यप्रदेश की जनजातीय बाहुल्य 89 विकासखण्डों में पेसा एक्ट के माध्यम से ग्रामसभा को अधिकार देकर जनजातीय समाज को सशक्त बनाया है। पेसा कानून कर्मकांड नहीं जनजातीय भाईयो-बहनों की जिंदगी बदलने का महाअभियान है। यह बात प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कही। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा समाज को जोड़ती है और कांग्रेस समाज को तोड़ती है। क्योंकि जिस समय कांग्रेस के लोग भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से मध्यप्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩे का प्रयास कर रहे थे। उसी समय भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में टंट्या मामा गौरव यात्रा के माध्यम से जनजातीय भाई-बहनों को उनके अधिकारों के लिए पेसा एक्ट को लेकर जागरुक कर रही थी।

टंट्या मामा भील की प्रतिमा का अनावरण

कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मंत्री कुंवर विजय शाह, तुलसी सिलावट व उषा ठाकुर, सांसद शंकर ललवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव समेत जनप्रतिनिधिगण मंचासीन थे। सभा से पहले इंदौर के भंवरकुंआ चौराहे पर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने क्रांतिसूर्य टंट्या मामा भील की प्रतिमा का अनावरण किया।

भाजपा केवल कोरे नारे नहीं देती

वीडी शर्मा ने कहा कि जनजातीय समाज का विकास और उत्थान भाजपा सरकार में ही संभव है। 89 जनजातीय बाहुल्य विकासखंडों में निकली गौरव यात्रा से हमारे जनजातीय बंधुओं में पेसा एक्ट को लेकर जागरुकता आई है। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल कोरे नारे नहीं देती बल्कि जनता से किये वादों को पूरा करती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश की भाजपा सरकार ने जनजातीय वर्ग को सशक्त व समृद्ध बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर मध्यप्रदेश की धरती से जनजातीय गौरव दिवस का शुभारंभ किया। वहीं, मुख्यमंत्री ने ’पेसा एक्ट’ लागू कर जनजातीय बंधुओं को अधिकार संपन्न बनाने का ऐतिहासिक काम किया है।
पुरानी सरकारों में सिर्फ एक खानदान की प्रतिमाए लगती रहीं : शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी आजादी को 75 साल हो चुके हैं, लेकिन पुरानी सरकारों ने कभी टंट्या मामा, भीमा नायक, रघुनाथ शाह-शंकर शाह, रानी कमलापति और हमारे बिरसा भगवान जैसे नायकों की प्रतिमाएं कभी बड़े शहरों में नहीं लगवाईं। सिर्फ एक खानदान की प्रतिमाएं ही लगती रहीं। लेकिन आज मुझे गर्व है कि इंदौर की धरती पर टंट्या मामा की भव्य प्रतिमा का लोकार्पण हुआ है और चौराहा भी टंट्या मामा चौराहा होगा। हम टंट्या मामा के बलिदान को कभी भुला नहीं सकते।
कांग्रेसियों से कुछ नहीं बनता तो दूसरों को भडक़ा रहे हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पेसा कानून में कई अधिकार दिये गये हैं, पेसा किसी के खिलाफ नहीं है। लेकिन कांग्रेसियों से कुछ नहीं बनता, तो वह दूसरों को भडक़ा रहे हैं कि यह एक्ट तुम्हारे खिलाफ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा 89 ब्लॉकों में लागू होगा, यह सिर्फ गांव में लागू होगा, शहरों में नहीं। गांव में भी यदि दूसरी जातियों के भाई-बहन रहते हैं तो पेसा की ग्राम सभा में वह भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पेसा आपको सबसे पहले जल, जंगल और जमीन का अधिकार देता है। अब गांव की योजना ग्रामसभा में बनेगी, सरकार भोपाल से नहीं, चौपाल से चलेगी। उन्होंने कहा कि वर्षों से कई चीजें ऐसी चल रही थीं, जिन्होंने हमारा शोषण किया है। कांग्रेस ने अंग्रेजों के जमाने की अंग्रेजी में पढ़ाई जारी रखी, लेकिन मध्यप्रदेश में यह तय हो गया है कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी अब हिंदी में होगी। ताकि गरीबों बच्चे भी पढ़ सकें और डॉक्टर व इंजीनियर बन सकें।
पेसा लागू होना जनजातीय समाज के लिए ऐतिहासिक : फग्गनसिंह कुलस्ते
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि बिरसा मुंडा जी की जयंती पर शहडोल की धरती पर जनजातीय समाज की गौरव एवं महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी ने मध्यप्रदेश में आकर पेसा एक्ट लागू किया। पेसा लागू होना संपूर्ण जनजातीय समाज के लिए ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने कहा कि 1857 की क्रांति में अनेक जनजातीय महापुरूषों ने अंग्रेजों के विरूद्ध आंदोलन किया, लेकिन आजादी के बाद रही कांग्रेस की सरकारों ने जनजातीय महानायकों के योगदान को कभी याद नहीं किया गया। आजादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से जनजातीय महानायकों के इतिहास, बलिदान और योगदान को भारत के लोग याद करें, यह अवसर हमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिया है। उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने जनजातीय वर्ग के हितों को देखते हुए पहली बार जनजातीय समाज का अलग मंत्रालय और आयोग बनाकर जनजातीय समाज को अधिकार देने की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि पूरे भारत में वन अधिकार कानून के अंतर्गत सबसे अधिक पट्टे मध्यप्रदेश के आदिवासियों को दिये गये हैं। अनेक क्रांतिकारी बदलाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासी भाईयों-बहनों के लिए लिये हैं।

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