जबलपुर, भोपाल समेत कई शहरों में देर से हुए सूर्यदेव के दर्शन
भोपाल। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान था कि नववर्ष का स्वागत कड़ाके की ठंड से होगा। हुआ भी वही और 1 जनवरी को तगड़ी ठंड महसूस हुई। शाम से ही ठंडी हवाएं लोगों को परेशान करती रहीं। बहरहाल लोग जैसे ही सुबह उठे तो 2 जनवरी को शीतलहर ने उन्हें रजाई में दुबकने के लिए मजबूर कर दिया। सुबह से घना कोहरा और बादलों ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। हालात यह थे कि सुबह 8 और 9 बजे तक ऐसा लग रहा था कि जैसे सुबह 7 बजे हों। सुबह 10 बजे के आसपास सूर्यदेव के मद्धम रूप में दर्शन हुए। इसके बाद 11 बजे तक सूर्य की हल्की किरणों से उजाला फैला। मध्यप्रदेश के सभी शहरों में कड़ाके की ठंड महसूस हुई।
जोरदा बर्फबारी से बदला नजारा
प्रदेश में कुछ दिनों से ज्यादा ठंड नहीं पड़ रही थी। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी हवाएं चल रही थीं इसलिए तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आ पाई। बहरहाल नए साल में उत्तर भारत के पहाड़ों में जोरदार बर्फबारी हुई तो नजारा ही बदल गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी ठंड और सताएगी। आने वाले दिनों जब हवाओं का रुख पूरी तरह से उत्तरी होगा, जब तापमान में गिरावट आने से ठंडक का असर और बढ़ जाएगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जबलपुर सहित संभाग के जिलों में ठिठुरन बढ़ेगी।
तीन से चार डिग्री गिरेगा पारा
हवाओं का रूख उत्तर-पश्चिमी होने से तापमान और गोता लगाएगा। शीतलहर के चलते ठंडी हवाएं चलेंगी। रात में भी सर्दी और शीतलहर सताएगी। सोमवार को तापमान 3 से 4 डिग्री तक गिर सकता है।