Homeजबलपुरसरकारी अस्पताल जहां 24 घंटे स्टाफ, ऑनलाइन डॉक्टरों से परामर्श की सुविधा

सरकारी अस्पताल जहां 24 घंटे स्टाफ, ऑनलाइन डॉक्टरों से परामर्श की सुविधा

देखें हमारी Special Report-

  • मप्र के सरकारी अस्पताल मतलब बेपटरी व्यवस्थाएं, चरगवां के आरोग्यम केंद्र में फ्री इलाज के साथ सारी सुविधाएं
  • कायाकल्प अभियान के तहत चरगवां के स्वास्थ्य केंद्र को संवारा, स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए स्लोगन भी दीवारों पर लिखे

जबलपुर। मध्यप्रदेश में सरकारी अस्पताल का जिक्र आते ही बेपटरी व्यवस्थाएं, जगह-जगह कूड़े के ढेर और पान गुटके की पीक से सनी गंदी दीवारों तो कहीं मरीजों के बिस्तर में सोते कुत्तों की तस्वीरें मन में उभरने लगती हैं। लेकिन हम आपको मध्यप्रदेश के एक ऐसे सरकारी अस्पताल अस्पताल के बारे में बता रहे हैं, जहां मरीजों को प्राइवेट अस्पताल की तर्ज पर बेहतर इलाज मिल रहा है। जी हां, जबलपुर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर चरगवां अस्पताल में मरीजों को इतनी बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं कि अब उन्हें जबलपुर के चक्कर नहीं काटने पड़ रहे हैं। चरगवां के आरोग्यम केंद्र में फ्री इलाज तो मिल रहा है, साथ ही वह सुविधाएं भी मिल रही हैं जो प्राइवेट अस्पतालों में भी उपलब्ध नहीं होती। गांव में इलाज मिलने से ग्रामीणों को अब जबलपुर आने-जाने का खर्च और समय दोनों की बचत हो रही है।

सारी सुविधाएं एक छत के नीचे मिल रहीं

मध्यप्रदेश में कायाकल्प अभियान के तहत सभी आरोग्यंम केंद्र और स्वास्थ्य केंद्रों को साफ और स्वच्छ बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को मिलने वाली सारी सुविधाएं एक छत के नीचे मिल रही हैं जिससे मरीजों को कहीं भटकना नहीं पड़ रहा। जबलपुर से 40 किलोमीटर दूर चरगवां में स्थित आरोग्यं केंद्र में करीब आधा सैकड़ा गांव के लोगों का इलाज किया जा रहा है। मरीज को हर रोग का इलाज सरकार से मिलने वाली योजनाओं के तहत फ्री हो रहा है।

देखकर दिल हो जाता है बाग-बाग

चरगवां के स्वास्थ्य केंद्र को कुछ इस तरह संवारा गया है कि देखने वालों की नजरें नहीं हटतीं। किसी को भी यकीन नहीं होता कि कभी बदहाल सा दिखने वाला उप स्वास्थ्य केंद्र अब किसी नर्सरी या प्ले स्कूल से कम आकर्षक नहीं है। दरअसल उप स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की सारी व्यवस्थाएं तो की ही गई हैं, साथ ही उप स्वास्थ्य केंद्र के अंदर और बाहर सुंदर रंग रोगन के साथ आकर्षक चित्रकारी, लोगों को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए स्लोगन भी दीवारों पर लिखे गए हैं। इसके अलावा स्वच्छता का इतना खास ख्याल रखा गया है कि उप स्वास्थ्य केंद्र में बायोवेस्ट के अलावा गीले और सूखे कचरे को अलग से रखने के लिए डस्टबिन भी अलग-अलग रंगों के रखे गए हैं। छोटे-छोटे बाग बगीचे, हर्बल गार्डन जैसी झलक आरोग्यम उप स्वास्थ्य केंद्र को मनमोहक बनाती है। बाहरी झलक जितनी आकर्षक है, अंदर की व्यवस्थाएं भी उतनी ही दुरुस्त हैं। चरगवां स्वास्थ्य केंद्र की बीएमओ डॉक्टर इंदू राजपूत का कहना है कि यहां आने जाने वाले मरीजों के इलाज का खास ध्यान रखा जाता है। वहीं 24 घंटे अस्पताल में स्टाफ की भी तैनाती रहती है। इसके चलते गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी सकुशल कराई जाती है। इस सरकारी अस्पताल में आंखों की जांच, एक्स-रे, ब्लड एवं पेशाब की जांच सहित तमाम सुविधाएं मरीजों को मुहैय्या कराई जाती हैं। ऑनलाइन प्रसिद्ध डॉक्टरों से परामर्श भी दिया जाता है।

मरीज भी तारीफ करते नहीं थकते

सरकारी योजनाओं के अमल में भी इस स्वास्थ्य केंद्र का कोई मुकाबला नहीं है। बात चाहे आयुष्मान कार्ड बनाने की हो या फिर वैक्सीनेशन या अन्य टीकाकरण कार्यक्रमों की, सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य की पूर्ति करने के लिए अस्पताल का स्टाफ हमेशा तत्पर रहता है। यही वजह है कि विभिन्न बीमारियों से लेकर छोटी-मोटी तकलीफों के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने वाले मरीज यहां की व्यवस्थाओं और स्टाफ की तत्परता की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments