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- गौशाला के राजकुमार बर्मन ने कहा-गौशाला में प्रतिदिन आते हैं वेटनरी डॉक्टर, वेटनरी अस्पताल के उपसंचालक डॉ. प्रफुल्ल मून ने किया इंकार
जबलपुर। नगर निगम द्वारा गौशालाएं संचालित की जा रही हैं। हिट वॉइस न्यूज ने जबलपुर के तिलवारा घाट के पास नगर निगम द्वारा संचालित गौशाला का जायजा लिया। गायों की देखभाल करने के लिए पदस्थ राजकुमार बर्मन से अनेक पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। राजकुमार बर्मन के अनुसार गौशाला में 50 बछड़े, बछिया सहित कुल 800 से 850 गाय को निगम द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां दूध का किसी भी प्रकार से व्यवसायीकरण नहीं किया जाता, बल्कि जो दूध देने में सक्षम हैं वह बिछिया के काम आता है। इसी प्रकार गोबर का खाद के रूप में उपयोग किया जाता है। स्वास्थ्य से संबंधित सवाल पर राजकुमार बर्मन ने कहा कि यहां गौशाला में प्रतिदिन वेटनरी अस्पताल से डॉक्टर आते हैं और नियमित रूप से जांच की जाती है। गंभीर स्थिति में बकायदा पशु चिकित्सालय ले जाया जाता है। गौशाला में 21 कर्मचारी पूरे समय गायों की देखभाल करते हैं।
हिट वॉइस न्यूज ने इसकी पुष्टि के लिए वेटनरी अस्पताल के उपसंचालक डॉ. प्रफुल्ल मून से बात की तो उनकी बातों में कुछ विरोधाभास भी दिखा। गोशाला के अनुसार प्रतिदिन 3 डॉक्टरों की टीम नियमित विजिट कर जांच करता है, जबकि डॉ. प्रफुल्ल मून के अनुसार माह में एक या दो बार ही डॉक्टर विजिट करते हैं। डॉ प्रफुल्ल मून के अनुसार समस्त गोशालाओं में लंपी वायरस का टीकाकरण किया जा चुका है। जबकि गौशाला में प्राथमिक दवाइयों की जानकारी तो दी गई लेकिन टीकाकरण से संबंधित कुछ नहीं। गोशाला प्रबंधन के मुताबिक किसी गाय की मृत्यु हो जाने पर चिकित्सालय को सूचित किया जाता है, फिर नगर निगम द्वारा उसे ले जाया जाता है। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल उपसंचालक के अनुसार अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं आई।