Homeताजा ख़बरनक्सल प्रभावित क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ सरकार की अब नई रणनीति

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ सरकार की अब नई रणनीति

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा-विकास, विश्वास और सुरक्षा की रणनीति के कारण प्रभावी रोक लगी
  • गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा-पुलिस को आधुनिक हथियार, सुरक्षा उपकरण, आवश्यक प्रशिक्षण व वाहन उपलब्ध करा रहे

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सली समस्या पर प्रदेश सरकार पूरी तरह गंभीर नजर आ रही है। मुख्यमंत्री से लेकर गृहमंत्री और पुलिस महानिदेशक ने सरकार की रणनीति का खुलासा किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार भयमुक्त व विधिसम्मत शासन व्यवस्था प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अपराध पर लगाम लगाए जाने और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के संवेदनशील रवैये के साथ नक्सलवादियों के आत्मसमर्पण के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ की है। सीएम ने कहा कि विकास,विश्वास और सुरक्षा की रणनीति के कारण ही प्रदेश में नक्सली हिंसा की घटनाओं पर प्रभावी रोक लगी है।

555 नक्सलवादियों ने आत्मसमर्पण किया

छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा पुलिस आधुनिकीकरण के कार्य किए जा रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को आधुनिक हथियार, सुरक्षा उपकरण, आवश्यक प्रशिक्षण एवं वाहन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में नक्सली उन्मूलन को लेकर लगातार कार्य किए जा रहे हैं। 555 नक्सलवादियों ने आत्मसमर्पण किया है जो एक बड़ी सफलता है। हालांकि 46 नक्सलवादियों की पुलिस मुठभेड़ में मौत भी हुई है। चार वर्षों में नक्सल पीड़ित क्षेत्रों में 900 से अधिक परिवारों को मुकदमों से मुक्ति दिलाई जा चुकी है, जो सरकार की आदिवासियों के हित में दूरदर्शी सोच और पुलिस की संवेदनशीलता से संभव हो पाया है।

बस्तर को लेकर भ्रांतियां थीं

उन्होंने कहा कि बस्तर को लेकर चार वर्ष पहले तक देश में कई भ्रांतियां थीं, लेकिन चार वर्षों में सरकार ने सुरक्षा और विश्वास को लेकर कार्य किया है। बस्तर क्षेत्र में विकास के कार्य हुए हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बंद पड़े स्कूलों को फिर से प्रारंभ किया गया, नए अस्पताल खोले गए, ग्रामीणों के लिए पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गयीं। प्रत्येक गांव में राशन दुकान खोली गई हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को वन अधिकार पट्टों का वितरण किया गया है और आदिवासियों को उनकी जमीनें वापस कराई गई हैं।

तीन जनप्रतिनिधि की हत्या की जांच की मांग

पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने बताया कि एनआईए के महानिदेशक को पत्र लिखकर बस्तर में हुई तीन जनप्रतिनिधि की हत्या की जांच की मांग की है। उन्होंने दावा किया माओवादियों का इलाका लगातार सिकुड़ रहा है, केंद्रीय सुरक्षा बल और राज्य पुलिस के प्रयास से विगत वर्षों में नक्सली उन्मूलन में सफलता मिली है और इससे नक्सली बौखलाहट में जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं।

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