मप्र में ओवैसी ने दिखाई ताकत, मुस्लिमों से शिक्षित होने, ताकत पहचानने और संविधान में आस्था रखने कहा
पहली बार जबलपुर में हुई सभा, निशाने पर शिवराज, मोदी से लेकर कमलनाथ और सिंधिया
जबलपुर। एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मप्र के जबलपुर में पहली बार सभा की। मुस्लिम युवाओं में उनके प्रति दीवानगी देखते ही बनी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया उठो और अपनी ताकत पहचानो। उन्होंने युवाओं से शिक्षित होने का आह्वान कर भाजपा और कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कांग्रेस से सवाल पूछे कि बताओ कि विधानसभा चुनाव में अगर मप्र की जनता ने कांग्रेस को जिताया, तो कांग्रेस के नेता सिंधिया भाजपा में क्यों चले गए। इसके जवाबदार क्या ओवैसी है या कमलनाथ और कांग्रेस हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि आपमें इतनी ताकत जरूर है कि आप अपने रहनुमा चुन सकते हैं।
हिंसा नहीं लोकतंत्र पर रखें विश्वास
उन्होंने कहा कि एमआईएम के प्रत्याशियों को जिताएं ताकि वह आपकी आवाज बुलंद कर सके। उन्होंने युवाओं से अपील की संविधान से काम करो, आप वाइलेंट होने से सफल नहीं हो सकते, लोकतंत्र और वोट की ताकत से आप सफल हो सकते हैं। आईए हम भारत को मजबूत करें। उन्होंने बुजुर्गों से भी अपील की कि आप हमारा साथ दीजिए। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस में कोई दम-खम नहीं रहा। अब कांग्रेस कहीं से नहीं आने वाली। जितनी जल्दी कांग्रेस खत्म हो जाए, वह देश के लिए अच्छा है। कर्नाटक, मप्र और कई राज्यों में कांग्रेस के एमएलए भाजपा में चले गए। क्या इसके लिए ओवैसी जवाबदार है। उन्होंने कहा कि वे यह लड़ाई मुस्लिमों के लिए लड़ रहे हैं। जब तक आप सियासी ताकत नहीं बनोगे, आपकी कोई नहीं सुनेगा।
पूछा-बेगुनाहों के मकान क्यों तोड़े?
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बेगुनाहों के मकान तोड़े, ये नाइंसाफी है। तानाशाही तो इंदिरा गांधी की भी नहीं चली, फिर भाजपा की कैसे चलेगी। भाजपा ने कई लोगों को उनके घर से महरूम कर दिया। लेकिन आपको डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अब प्रापेंगेंडा शुरू होगा कि ओवैसी वोट काटने के लिए आया है। कमलनाथ को चैलेंज किया कि मैं चुनाव लड़ता हूं, तो जीतने के लिए लड़ता हूं। हम कब तक कांग्रेस की गुलामी करते रहेंगे। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि अगर बुलडोजर चलाना है, तो चलो चीन की सीमाओं पर चलाओ, जहां चीन ने कब्जा करके रखा है। मैं भी आपके साथ चलने के लिए तैयार हूं। उन्होंने दिल्ली में जुबेर नामक युवक की गुमशुदगी पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया।